
BKESL ने शहर में सोलर कनेक्शन देने के लिए उठाए कई कदम, आई तेजी
RNE Bikaner.
बीकानेर न केवल बड़े सोलर प्लांट के जरिये सौर ऊर्जा का हब बन रहा है वरन यहां घर-घर सोलर से बिजली उत्पादन की रफ्तार भी तेजी से बढ़ रही है। BKESL के एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2024 तक 60.6 मेगावाट क्षमता के 4269 सोलर कनेक्शन दिए जा चुके थे जबकि इस साल तक 77 मेगावाट क्षमता के 6218 कनेक्शन दिए जा चुके हैं। पिछले एक साल के दौरान 46 प्रतिशत उपभोक्ता की संख्या (1949) और सोलर नेटमीटरिंग क्षमता में 27 प्रतिशत की बढोतरी हुई है।
प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना और BKESL :
दरअसल बीकेईएसएल ने शहर में प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना का बढ़ावा के लिए कई कदम उठाए हैं। इससे पिछले साल की तुलना में इस साल सोलर कनेक्शन की संख्या में तेजी आई है। सोलर कनेक्शन के लिए कम्पनी ने अलग से केन्द्रीय कार्यालय भी शुरू कर दिया है।
COO जयंत चौधरी बताते हैं, ये उपाय किए :
बीकेईएसएल के सीओओ जयन्त रॉय चौधरी ने बताया कि उपभोक्ताओं और सोलर वेंडर्स की सुविधा के लिए पवनपुरी स्थित जीएसएस में एकल खिडकी सेवा वाला एक केन्द्रीय कार्यालय भी अप्रेल के प्रथम सप्ताह में शुरू कर दिया है। अब उपभोक्ताओं व वेंडर्स को सोलर कनेक्शन के लिए उपखण्ड कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। कम्पनी के अधिकारी सोलर वेंडर्स के साथ नियमित रूप से सम्पर्क में रहते है। वेंडर्स के लिए एक वाट्सएप ग्रुप भी बनाया हुआ है। उपभोक्ता चाहे तो अपने उपखण्ड कार्यालय में आवेदन कर सकते है।
मई में उपभोक्ताओं के लिए लगेंगे दो शिविर :
बीकेईएसएल ने पिछले दिनों वेंडर्स की एक मीटिंग भी बुलाई थी जिसमें उनकी समस्याएं सुनी गई और उनके आधार पर कार्यवाही की जा रही है। इसके अलावा कम्पनी ने उपभोक्ताओं के लिए दो दिवसीय शिविर भी लगाया था जिसमें बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं ने हिस्सा लिया। नगर निगम ने भी उपभोक्ताओं के लिए कई शिविरों का आयोजन किया था जिसमें कम्पनी के अधिकारी भी मौजूद थे। अब कम्पनी मई में उपभोक्ताओं के लिए दो शिविर लगाने जा रही है। इनमें उपभोक्ताओं की समस्याओं को सुनकर उनका निराकरण किया जाएगा। उपभोक्ता चाहे तो कम्पनी के हेल्पलाइन नम्बर 01413532000 पर या चैटवॉट वाट्सएप नम्बर 7230044001 से जुडकर सोलर से सम्बंधित जानकारी लेकर आवेदन कर सकते हैं। सीईएससी राजस्थान की वेबसाइट पर भी आवेदन कर सकते है।
जानिए सोलर की कितनी क्षमता, कितनी सब्सिडी :
चौधरी ने बताया कि वर्ष 2024 तक 60.6 मेगावाट क्षमता के 4269 सोलर कनेक्शन दिए जा चुके थे जबकि इस साल तक 77 मेगावाट क्षमता के 6218 कनेक्शन दिए जा चुके हैं। पिछले एक साल के दौरान 46 प्रतिशत उपभोक्ता की संख्या (1949) और सोलर नेटमीटरिंग क्षमता में 27 प्रतिशत की बढोतरी हुई है। चौधरी ने बताया कि केन्द्र सरकार एक किलोवाट के सोलर कनेक्शन पर 30 हजार की सब्सिडी दे रही है। राज्य सरकार ने भी 150 यूनिट मुफ्त बिजली देने के लिए 17 हजार रूपए की सब्सिडी का प्रावधान किया है।